रेलवे ने कोरोना संकट में पेश की मानवता की मिसाल! बिहार के इस गांव को लिया गोद
कोरोना संकट से पूरा देश परेशान है. सरकार से लेकर सामाजिक संगठन हो या आम लोग सभी बढ़ चढ़कर लोगो कि मदद कर रहे है । इस संकट ने लोगों के दिलों में मानवता पैदा कर दी है। इस महामारी से कई गाँव और गऱीब खाने पीने की कमी से जूझ रहे हैं. वही आपदा के इस कठिन समय में गरीबों और पीड़ित लोगों की सेवा में पहले से कार्य कर रही रेलवे की एक बड़ी पहल बिहार में देखने को मिली है । पूर्व मध्य रेलवे के पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल ने बिहार के एक गांव को गोद लिया है। इस पूरे गांव के देख-रेख एवं मदद की पूरी जिम्मेदारी भारतीय रेलवे ने उठा ली है.
बिहार के रोहतास जिले के डिहरी अनुमंडल के गाँव को रेलवे ने लिया है गोद
आप सबको बता दे कि बिहार के बक्सर जिले से सटे रोहतास जिले के अकोढ़ीगोला प्रखंड में इस्थित मुडियार गांव बिहार एवं पूरे भारत मे चर्चा का विषय बन गया है । मुडियार गांव को पूर्व मध्य रेलवे के दीनदयाल उपाध्याय ( डीडीयू) रेल मंडल ने गोद लिया है। भारतीय रेलवे अब गांव के लोगों के लोगों के जरूरतों का पूरा ख्याल रख रही है। रेलकर्मी गांव में जाकर उनके बीच खाने पीने से लेकर कोरोना से लड़ने के लिए जरुरी सामान जैसे मास्क-सेनेटाइजर से लेकर दवाइया वगैरह पहुंचा रहे हैं।आपको बता दे के इससे पहले भारतीय रेलवे ने माल गाड़ी के तहत ज़रूरी सामान लोगो तक पंहुचा रही है.
रेलवे के इस पहल से गांव के लोगो ने ली राहत की सांस
रेलवे के गोद लिए जाने के बाद जिस तरह से रेलकर्मियों का सहयोग गांव वालों को मिल रहा है, इससे गांव के लोगो को लगने लगा है कि उनके माथे पर किसी ने हाथ रख दिया है । कोरोना वायरस की वजह से गांव के कई लोगो की नौकरियां एवं जीविका के लिए होने वाले काम खत्म हो गए थे. उनके सामने खाने-पीने का बड़ा संकट पैदा हो गया था। ऐसे में भारतीय रेलवे की इस अनोखी पहल से गांव वालों को बहुत राहत मिली है और गांव के लोगो ने राहत की सांस ली है।
इन जरूरत के सामानों की गाँव में की जा रही आपूर्ति
दीन दयाल उपाध्याय रेल मंडल के संकेत एवं दूरसंचार/DOS यूनिट द्वारा लॉक डाउन की अवधि में कोरोना संक्रमण से बचाव तथा असहायों की मदद हेतु डेहरी अनुमंडल के मुडियार गांव के ग्रामीणों को रेलवे द्वारा 1000 मॉस्क,500 साबुन, के साथ-साथ ही गांव के हर व्यक्ति के बीच 5 kg चावल ,5 Kg आटा एवं 1 kg आलू के साथ ही और भी कई अन्य जरूरी सामानों का वितरण जिला प्रशासन और वहाँ की स्थानीय पुलिस की उपस्थिति में किया गया,जो 14 अप्रैल तक जारी रहेगा।
दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के कर्मियों की यह अनूठी पहल है
रेलवे के द्वारा गोद लिए जाने के बाद शुक्रवार को दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के कई रेलकर्मियों ने पहली बार मुड़ियार गांव जाकर लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूक किया। उन्हें खाने पीने की जरूरी चीजों के अलावा रोजमर्रा की जरूरतों की समान को भी उपलब्ध करवाया। इस दौरान गांव में आयोजित जागरूकता एवं सामग्री वितरण कार्यक्रम में रेलवे के कई अधिकारी भी शामिल हुए। इन लोगों ने बताया कि गया-पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के कर्मियों की यह अनूठी पहल है। इसके लिए खुद दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल ने स्वीकृति प्रदान की थी। दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल से स्वीकृति मिलते ही इस गांव को रेलकर्मियों ने गोद ले लिया।
लॉकडाउन तक जारी रहेगी राहत कार्य
रेलवे अधिकारियों ने बातचीत में बताया कि रेलवे द्वारा तब तक इस गांव की सेवा की जाएगी, जब तक भारत मे लॉक डाउन की स्थिति रहेगी। मदद का यह सिलसिला रेलवे आगे भी जारी रखेगी । रेल कर्मियों ने बताया कि इस गांव के गरीबों एवं पीड़ितों को लॉक डाउन के दौरान होने वाली समस्याओ को ध्यान में रखते हुए पूरी मदद दी जायेगी एवं गांव में मेडिकल कैम्प लगाकर चिकित्सकों की भी व्यवस्था की जायेगी ताकि गांव के कोई लोग बीमार ना रहे।
भारत में पिछले दो दिनों में कोरोना पॉजिटिव मामलो ने हुई बेतहासा वृद्धि
पिछले दो दिनों में COVID-19 मामलों की संख्या में भारी उछाल के बाद भारत में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3000 अंकों के करीब पहुंच गई। राष्ट्र में अब तक 68 मौतें हुई हैं। आज बताए गए 40 से अधिक समाचार मामलों के साथ COVID-19 वायरस से महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य रहा है। तमिलनाडु, दिल्ली और केरल भी गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं, जिसमें कोरोना वायरस के 200 से अधिक मामले सामने आए हैं। शनिवार को गुजरात और मध्य प्रदेश में COVID-19 मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है।