रेलवे की ऑटो अपग्रेडेशन स्कीम और इसके लाभ
कई बार आपने रेलवे टिकट के अपग्रेडेशन के बारे में सुना होगा और साथ ही कई बार अपने सह-यात्रियों को अपने बर्थ से उठ के अन्य बर्थ में जाते हुए देखा होगा. रेलवे अपग्रेडेशन स्कीम के तहत रेलवे यात्रियों को अपने रिज़र्व किये हुए कोच से अगले उच्च कोच के में बर्थ दी जाती है. इस अपग्रेडेशन से रेलवे उच्च कोच में अनारक्षित सीट्स को दुसरे यात्री को प्रदान करती है, और इस तरह से कई यात्रियों के वेटिंग लिस्ट में बुक हुए टिकट्स को कन्फर्मेशन प्रदान की जाती है. रेलवे टिकट अपग्रेडेशन की स्कीम के कई ऐसे पहलु है जो की अभी तक सामान्य लोगों के समझ के परे है. रेलवे के अपग्रेडेशन के नियम और अन्य सभी आवश्यक शर्तों का नियमन और विवरण कुछ इस प्रकार है.
यह स्कीम पूर्ण रूप के यात्रिओं के सुविधा के लिए बनायी गयी है, जिसका एक मात्र उद्देश्य यह है की ट्रेन में खाली पड़े हुए बर्थ्स का उचित इस्तेमाल हो सके और साथ ही साथ अधिक से अधिक वेटिंग लिस्ट वाले टिकट्स का कन्फर्मेशन किया जा सके जिससे अधिक से अधिक लोग यात्रा कर सकें. यात्रिओं के सुविधानुसार उन्हें बर्थ प्रदान करना भी रेलवे का लक्ष्य होता है. इसी लक्ष्य की पूर्ति के लिए रेलवे ने टिकट अपग्रेडेशन की स्कीम को लॉन्च किया जिससे के ट्रेन गंतव्य स्टेशन की तरफ खाली ना जाये.
यधपि ट्रेन में अपने टिकट्स के अपग्रेडेशन के लिए आपको को कुछ नियम व शर्तों का पालन करना होता है, जिससे की आप अपने कोच के बर्थ से एक उच्च श्रेणी के बर्थ में जगह पाते है और आपके द्वारा सुरक्षित की गयी बेर्थ्स को किसी अन्य यात्री को मुहय्या करवा दिया जाता है.
रेलवे द्वारा टिकट अपग्रेडेशन के लिए लिए नियम व शर्तें
- अगर आप यह चाहतें है की रेलवे आपके टिकट को दुसरे श्रेणी में अपग्रेड करे, तो इसके लिए आप को रेलवे टिकट बुकिंग करते हुए रिसर्वेशन फॉर्म में आपको अपने टिकट के उपग्रेशन के लिए “हां” सेक्शन को चेक कर दें.
- टिकट के अपग्रेडेशन के लिए रेसेर्वेशन के समय यात्री की सहमती आवश्यक होती है. अगर आपने अपने टिकट को अपग्रेडेशन के लिए चेक किया है तो उत्तम यही है की टिकट का पी एन आर नंबर का स्टेटस अवश्य चेक करते रहे, ताकि फ़ाइनल ट्रेन चार्ट में हुए बदलावों में आप यह निर्धारित कर सकें की आपका पूर्व-अरक्षित बर्थ का अपग्रेडेशन हुआ है या नहीं. चूँकि सारे बदलाव फ़ाइनल चार्ट में की जाती है, इसीलिए यह आवश्यक है की आप अपने यात्रा के पूर्व एक बार फाइनल चार्ट को जरुरदेख लें.
- टिकट अपग्रेडेशन के सामान्य नियम यही है की जब आपका टिकट अपग्रेड होगा तब आपको आपके द्वारा रिज़र्व किये हुए टिकट के एक श्रेणी ऊपर के बर्थ में जगह दी जाएगी. मतलब की अगर आपने टिकट स्लीपर क्लास मेंबी रिज़र्व की थी तो आपका टिकट अपग्रेड होने के बाद थर्ड ए. सी में चला जायेगा. मतलब की तीसरी श्रेणी का अपग्रेडेशन दुसरे श्रेणी और दुसरे श्रेणी का अपग्रेडेशन प्रथम श्रेणी में किया जाता है. चुकीं प्रथम श्रेणी उच्चतम श्रेणी होती है भारतीय रेलवे में इसलिए टिकट अपग्रेडेशन के लिए प्रथम श्रेणी में रिज़र्व किये हुए टिकट्स को अपग्रेडेशन के लिए कंसीडर नहीं किया जाता है.
- ग्रुप में किये हुए टिकट्स बुकिंग के दौरान मात्र 6 लोगों का टिकट अपग्रेड किया जा सकता है. मतलब की एक ही पी एन आर से बुक किये हुए ६ टिकट्स का अपग्रेडेशन संभव है. अगर ग्रुप बुकिंग किये हुए रिज़र्वेशन टिकट्स जिनकी अधिकतम मात्रा ६ हो उनका अपग्रेडेशन भी तभी संभव है, जबकि उतनी ही मात्रा में उच्चतर श्रेणी में बर्थ्स उपलब्ध हो. आवश्यक बर्थ्स के उपलब्ध ना होने पर ग्रुप के किसी भी यात्री का टिकट अपग्रेड नहीं हो सकता.
- आपके रिज़र्व किये हुए टिकट्स पर प्राप्त पी एन आर नंबर टिकट अपग्रेड होने के बाद भी नहीं बदलता. मतलब यह की अगर आपने अपना टिकट बुक किया है, तो उस वक़्त आपको मिले हुए पी एन आर नंबर को ही मान्य समझा जायेगा. बर्थ के अपग्रेड होने से आपके पी एन आर पे कोई असर नहीं पड़ता.
- टिकट अपग्रेडेशन के लिए उक्त ट्रेन में वेट-लिस्टेड टिकट्स का होना आवश्यक है, तभी टिकट अपग्रेडेशन का सिस्टम लागु किया जाता है. इस स्कीम का लक्ष्य मात्र वेट-लिस्टेड टिकट्स को कन्फर्मेशन प्रदान करना है.
- टिकट अपग्रेडेशन का स्कीम सिर्फ उन्ही लंबे-रूट वाले ट्रेन्स पे लागु होता है जिनमे बर्थ्स होते है. वैसे सभी भारतीय ट्रेन जिनमे सिर्फ बैठने के लिए सीट्स होते हैं, उनमे टिकट अपग्रेडेशन का स्कीम लागु नहीं होता.
- टिकट अपग्रेडेशन में सिर्फ जनरल कोटे से रिज़र्व किये हुए टिकट्स का ही अपग्रेडेशन किया जाता है. मतलब की किसी भी फेयर कन्सेशन व अन्य रिजर्व्ड कोटे से बुक किये हुए टिकट्स का अपग्रेडेशन नहीं किया जाता है. मतलब सीनियर सिटीजन, महिला कोटा अन्यथा ट्रेन पास से यात्रा करने वाले यात्रिओं का टिकट अपग्रेड नहीं होता.
- अगर आप अपना टिकट कैंसिल करते हैं तो आपको वही राशी लौटाई जाएगी जो की आपने टिकट रिजर्व्ड करते वक़्त दिया था. कैंसलेशन चार्जेज को काट कर बाकी की बची हुई राशी यात्री को लौटा दी जाती है.
मुख्यतः इन्ही नियमों के तहत टिकट्स का अपग्रेडेशन किया जाता है. तो अगली बार जब भी आप अपने लिए रेलवे यात्रा के लिए टिकट रिज़र्व करें, तो अपग्रेडेशन के लिए रिज़र्वेशन फॉर्म में सहमती देना ना भूलें. इन सभी जानकारियों का इस्तेमाल करके आप अपनी यात्रा को अधिक सुखद बना सकते है और साथ-साथ टिकट अपग्रेडेशन से सीट में हुए परिवर्तन के कारण उचित सीट तक आसानी से पहुँच सकते हैं. यदी आप चाहे तो पी एन आर नंबर से अपने लिए ट्रेन में खाना भी मंगवा कर सफ़र का आनंद ले सकते है.