रेलवे का बड़ा एलान: टिकट बुकिंग एजेंट अब नही कर पाएंगे रेल टिकट की बुकिंग
भारतीय रेलवे जल्द ही रेलवे टिकट एजेंटों और इनके विक्रेताओं से ट्रेन टिकट बुक करने की सेवा को समाप्त कर देगा। इस संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को लोकसभा में रेलवे के विकास एवं रेल परियोजनाओं पर चर्चा करते वक़्त अपने दिए बयान के दौरान जारी किए। यह घोषणा भारतीय रेलवे के टिकटों और अनाधिकृत टिकट विक्रेताओं पर पूर्व में किये गए करवाई का हिस्सा है। आपको बता दे भारतीय रेलवे ने भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए कई कदम उठाए हैं जिसमे रेल टिकट की कालाबाजारी करने वाले रेल एजेंटों और विक्रेताओं के स्कैंडल को खत्म करने के लिए कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लोकसभा में बोलते हुए, रेल मंत्री ने कहा कि आज लगभग सभी भारतीय लोगो के पास स्मार्टफोन है और लोगो के जीवन में डिजिटल इंडिया के कारण, मोबाइल फोन से आसानी से ऑनलाइन टिकट बुक किया जा सकता रहा है.
“इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस” का निर्णय
रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे इससे पहले जो अलग अलग विभागों में बंटी थी, विभागीय खींचतान से रेलवे में मतभेद रहता था, इसका दूरगामी उपाय हमने निकालने का प्रयास किया और इस समस्या को समाप्त करने का सराहनीये प्रयास मोदी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा की सबके साथ चर्चा करके रेलवे ने “इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस” बनाने का निर्णय लिया है.
रेलमंत्री ने रेलवे में हुई विकास एवं सुधार की चर्चा की
- तेजस की ऑक्यूपेंसी 90% से अधिक रही है, समय पालन भी इसका 95% से अधिक रहा है। देरी होने की स्थिति में यह ट्रेन यात्री को रिफंड भी देती है.
- रेल ट्रैक के विस्तार पर चर्चा के दौरान पियूष गोयल ने कहा की लगभग 480 किमी नई लाइन, 1500 किमी रेल ट्रैक का दोहरीकरण/तिहरीकरण और 600 किमी गेज परिवर्तन, कर के रेलवे ने नेट्वर्क का विस्तार किया है.
- देश में पिछले सरकार के कार्यकाल तक मात्र 143 एस्केलेटर्स और 97 लिफ्ट लगाई गयी थे, जबकि मोदी सरकार ने पिछले 5 वर्षो में विभिन्न स्टेशनों पर 519 नये एस्केलेटर्स लगाएं, और 391 लिफ्ट लगाई गयी। रेलवे ने अगले 4 वर्षों में 600 एस्केलेटर्स, और 1,100 लिफ्ट लगाने का लक्ष्य रखा है.
- आज 5,628 स्टेशनों पर WiFi सुविधा उपलब्ध है। सिर्फ फरवरी के महीने में ही 2 करोड़ 70 लाख लोगों ने WiFi का इस्तेमाल किया है.
प्रदूषण मुक्त होगा भारतीय रेलवे
रेलवे की खाली जमीन पर 20,000 मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन करने का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रेलवे को दिया है।भारतीय रेलवे विश्व की पहली रेलवे बनेगी जिससे जीरो प्रदूषण होगा।
भारतीय रेलवे का पूर्ण इलेक्ट्रिफिकेशन का लक्ष्य
रेलवे ने आनेवाले समय में शत प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। लोकसभा में रेलमंत्री ने बताया की पिछले वर्ष 5,200 किमी विद्युतीकरण का काम पूरा हुआ। शत प्रतिशत विद्युतीकरण से ट्रेनों में खपत होने वाला डीजल बचेगा, और ट्रेनों के परिचालन के लिए जो बिजली इस्तेमाल होगी वो भारत के कोयले से, भारत की कंपनी में ही बनेगी, जिससे भारत में ही इससे हजारो लोगो को नौकरियां भी मिलेंगी.
भारतीय रेलवे लगा रही है ऑटोमेटिक कोच क्लीनिंग प्लांट्स
रेल डिब्बे को साफ करने में बहुत सारा पानी खर्च होता है लेकिन रेलवे ने इसका समाधान निकल लिया है जिससे पानी का संरक्षण भी होगा साथ ही काम में भी तेजी आयगी,भारतीय रेलवे ने ऑटोमेटिक कोच क्लीनिंग प्लांट्स को लगाने का काम शुरु किया है । रेल मंत्री ने बतया की 125 ऑटो क्लीनिंग मशीन लगाने की अनुमति रेलवे के द्वारा दी गयी है,जिसमें से 18 लगाई जा चुकी हैं, और अब एक रेल डिब्बे को साफ करने में पहले होने वाले खर्च के मुताबिक मात्र चार प्रतिशत पानी ही लगता है,और उपयोग हुए पानी का रिसाइकल भी किया जाता है.
कोच फैक्ट्री और रेल डिब्बे को बनाया जा रहा है आधुनिक
रायबरेली कोच फैक्ट्री की चर्चा करते हुए रेलमंत्री गोयल ने कहा की लगभग एक हजार कोच की क्षमता वाली मॉडर्न कोच फैक्ट्री में पिछली सरकार के कार्यकाल में 2014 तक एक भी कोच का निर्माण नही हुआ था। फैक्ट्री में पिछली सरकारों ने निवेश तो किया लेकिन एक भी कोच नही बनाया गया, मोदी सरकार के आने के बाद वहां अगस्त 2014 में जाकर पहला कोच बना। आज वह फैक्ट्री इस वर्ष 2019-20 में अनुमानित तौर पर 2,000 कोच बनाने का लक्ष्य रखा है.
आज से 30 साल पहले LHB कोचेस डिजाइन आया था, लेकिन 2009 से 14 के बीच मात्र 1866 कोचेस इस डिजाइन के बनाए गए । उन्होंने बताया की इस डिजाईन से बनाए गए रेल डिब्बे अधिक सुरक्षित होते हैं और कोई भी अच्छी सरकार इसी डिजाइन को प्रोत्साहित करती है । रेलवे ने पुराने डिजाइन वाले रेल डिब्बो को बंद कर के पिछले 5 वर्षों में 9,932 LHB कोचेस बनाये है.
इन सब जानकारियों के साथ ही रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे ने सुरक्षा पर सबसे अधिक ध्यान दिया है , यात्रियों की सुरक्षा पर सरकार का सबसे ज्यादा फोकस रहा है। गोयल ने कहा की हमे यह सूचित करते हुए खुशी होती है की अप्रैल 2019 से 13 मार्च तक एक भी यात्री रेलवे दुर्घटना में हताहत नही हुआ है। रेल कर्मचारियों की सराहना करते हुए गोयल ने कहा कि 13 लाख रेल कर्मियों की दिन रात किए गए अथक परिश्रम का परिणाम है की एक भी यात्री दुर्घटना में हताहत नही हुआ.रेल कर्मचारियों की सराहना करते हुए गोयल ने कहा कि 13 लाख रेल कर्मियों की दिन रात किए गए अथक परिश्रम का परिणाम है की एक भी यात्री दुर्घटना में हताहत नही हुआ।