Rishikesh Railway Station: अलौकिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध करता नव-निर्मित रेलवे स्टेशन
भारतीय रेलवे लगातार अपने सेवाओ में सुधार कर रहा है। इसी क्रम में रेलवे ने उत्तराखंड में ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (Rishikesh Railway Station) का निर्माण किया है जो इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। स्टेशन की खूबसूरती देखकर यात्री खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना के पहले स्टेशन की कुछ तस्वीरें साझा कीं।
Rail News: भारतीय रेलवे की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना पर जल्द ही काम पूरा हो सकता है। उत्तराखंड राज्य में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग को जोड़ने वाली भारतीय रेलवे द्वारा एक नई ब्रॉड गेज रेलवे लाइन (Rishikesh–Karnaprayag Broad-gauge Rail Project) शुरू की जाएगी।
आगामी रेलवे लाइन परियोजना का उद्देश्य तीर्थ यात्रियों के लिए ट्रेन की यात्रा को सुविधाजनक और आरामदायक बनाना है। ट्रेन यात्रा को आसान बनाने के अलावा, रेलवे लाइन से राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में भी मदद मिलेगी। हाल हीं में, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना के पहले स्टेशन की कुछ तस्वीरें साझा कीं।
Credit: CM office, Uttrakhand
राज्य को नई गति प्रदान करेगा (Rishikesh–Karnaprayag Rail line)
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉडगेज रेलवे लाइन परियोजना में कुल 12 नए रेलवे स्टेशन, 16 पुल और साथ ही 17 सुरंगें शामिल हैं। 16,216 करोड़ रुपये की लागत से ब्रॉड गेज रेलवे लाइन परियोजना विकसित की जा रही है। रेलवे लाइन दिसंबर 2024 तक पूरी होने वाली है। रेल मंत्रालय के अनुसार, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉडगेज रेलवे लाइन से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, पर्यटन क्षेत्र को भी यह रफ्तार देगा और साथ हीं राज्य के पांच जिलों के बीच रेलवे कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
रेलवे लाइन के सभी प्रोजेक्ट दिसंबर महीने से पहले आवंटित किए जाएंगे
सी.एम. रावत के मुताबिक, योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (Rishikesh Railway Station) पर ट्रेनों की आवाजाही जल्द ही शुरू हो जाएगी। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर काम तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस रेलवे लाइन के सभी प्रोजेक्ट इस साल के दिसंबर महीने से पहले आवंटित किए जाएंगे और पूरे रेलवे लाइन पर काम शुरू हो जाएगा।
रेल मंत्रालय का इस परियोजना पर है खास फोकस
इससे पहले, पीयूष गोयल ने रेल मंत्रालय की एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमारा पूरा ध्यान इस खास रेल परियोजना को समय पर पूरा करने का है। उन्होंने कहा कि जब ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना (Rishikesh Karnprayag Rail Project) का विकास कार्य पूरा हो जाएगा तब इस लाइन को जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इससे सभी यात्री, विशेष रूप से श्रद्धालु, सभी पवित्र मंदिरों में आसानी से जा सकेंगे।
125 किलोमीटर लंबी प्रोजेक्ट कई स्थानों से होकर गुजरेगी
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना, जो कि 125 किलोमीटर लंबी है, श्रीनगर, देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, देहरादून, गौचर, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, और चमोली को जोड़ने वाली विभिन्न प्रमुख जगहों से होकर गुजरेगी।
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