भारतीय रेलवे ने मुगलसराय के बाद बदले इलाहाबाद जंक्शन के नाम
उत्तर प्रदेश में इस्थित इलाहाबाद (Allahabad) का नाम बदलकर कुछ दिन पहले ही प्रयागराज (Prayagraj) किया गया था। वही हाल ही में मीडिया में ये खबरे भी आई थी की योगी कैबिनेट ने इलाहाबाद के अंतर्गत आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों का नाम भी बदलने के लिए केंद्र से कैबिनेट की सिफारिश की थी। योगी कैबिनेट के सिफारिश पर भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने अपनी सहमति दे दी है। भारतीय रेलवे ने योगी आदित्यनाथ के सिफारिशों पर मुहर लगाते हुए इलाहाबाद के रेलवे स्टेशनों के नए नाम की घोसणा की है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चार रेलवे स्टेशन अब नए नामों से जाने जायेंगे। भारत व उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज जनपद में स्थित इलाहाबाद जंक्शन, इलाहाबाद सिटी, इलाहाबाद छिवकी, व प्रयागघाट स्टेशनों के नाम को प्रयागराज से प्रारम्भ होने वाले शब्दों पर रखने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से प्राचीन नगर की पहचान वापस मिलेगी।
इन नामो से जाने जायेंगे अब इलाहबाद के रेलवे स्टेशन
गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार के द्वारा जारी आधिकारिक सुचना के अनुसार,
- इलाहाबाद जंक्शन अब प्रयागराज जंक्शन होगा (Allahabad Junction has been changed to Prayagraj Junction).
- इलाहाबाद सिटी को अब प्रयागराज रामबाग के रूप में जाना जाएगा (Allahabad City railway station has been re-named as Prayagraj Rambag).
- इलाहाबाद छियोकी को बदलकर प्रयागराज छिवकी कर दिया गया है (Allahabad Chheoki as Prayagraj Chheoki)
- प्रयागघाट का नाम बदलकर प्रयागराज संगम कर दिया गया है। (Prayag Ghat as Prayagraj Sangam)
नार्थ सेंट्रल रेलवे ने भी नाम बदलने का दिया था प्रस्ताव
आपको बता दें कि योगी सरकार ने इन्हीं चार रेलवे स्टेशनों के नाम से संबधित प्रस्ताव गृह मंत्रालय व रेलवे बोर्ड को भेजा था। इस बावत उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गौरव कृष्ण बंसल ने बताया कि रेलवे बोर्ड व गृह मंत्रालय को प्रयागराज शहर के चार रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का प्रस्ताव भेजा गया था। उत्तर मध्य रेलवे के साथ साथ योगी सरकार की सिफारिशें को ध्यान में रखकर भारतीय रेलवे ने यह फैसला लिया है।
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ट्रेनों में अब लिखा जाएगा प्रयागराज ,स्टेशन कोड भी बदल जायगा
इलाहाबाद जंक्शन, इलाहाबाद सिटी, इलाहाबाद छिवकी, प्रयागघाट स्टेशन का नाम बदलने के बाद अब इन स्टेशनों के कोड भी बदले जाएंगे। यह काम रेलवे बोर्ड के द्वारा किया जायगा । बताया जा रहा है कि रेलवे बोर्ड द्वारा इसी महीने इन स्टेशनों के कोड बदले जाने की कार्रवाई की जाएगी। इन स्टेशन के कोड में बदलाव करने के लिए भारतीय रेवले द्वारा उपयोग किए जाने वाले क्रिस सॉफ्टवेयर में बदलाव किया जाएगा।
163 वर्ष बाद इलाहाबाद जंक्शन जाना जायगा ‘प्रयागराज जंक्शन से
आपको बताते चले की इलाहाबाद जंक्शन उत्तर भारत में पहला वर्किंग स्टेशन के रूप में जाना जाता है । सबसे पहले 1857 के फरवरी महीने में यहां से कानपुर की तरफ लगभग 42 किलोमीटर ट्रेन ट्रायल के रूप में चलाई गई थी। इस ट्रेन ट्रायल के बाद से ही इलाहाबाद जंक्शन अस्तित्व में आया इसके बाद प्रथम विश्व युद्ध के कारण इलाहाबाद से कानपुर तक रेल ट्रैक बिछाने का काम रुक गया। बाद में फिर से इसका काम शुरू हुआ और मार्च 1859 में इलाहाबाद से कानपुर के बीच ट्रेन का संचालन शुरू होने के साथ यात्रियों की आवाजाही भी शुरू क्र दी गयी होगी । देश को आजादी मिलने के बाद नए सिरे से इलाहाबाद जंक्शन को बनाया गया जिसकी आधार शिला 22 मार्च 1955 को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने रखी थी । उस दौरान इलाहाबाद जंक्शन पर 108 ट्रेनों की आवाजाही दोनों ओर से होती थी। इलाहाबाद जंक्शन के उस समय के भवन के आर्किटेक्ट नारीमन श्राफ थे। ऐसा कहा जाता है की नारीमन ने ही नई दिल्ली स्टेशन के भवन का प्लान भी बनाया था।