IRCTC ने ट्रेनों के संचालन पर 30 अप्रैल तक लगाई रोक! नहीं चलेंगी ये प्रमुख ट्रेने
कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा भारत को फ़िलहाल राहत मिलने की उम्मीद दिख रही है। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए इस अवधि में देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया है। इस महामारी को देखते हुए तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह खबर सामने आ रही है की देश में लॉक डाउन को और आगे बढ़ाया जा सकता है। रेलवे भी इन बातो का ध्यान रखते हुए आगे के फैसले पर जुट गई है। भारतीय रेलवे की संचालन में मुख्य भूमिका निभाने वाली आइआरसीटीसी ने उसके द्वारा होने वाले तीन प्राइवेट ट्रेनों का संचालन को 30 अप्रैल तक स्थगित रखने का फैसला लिया है। भारत में चलने वाली तीन निजी ट्रेने काशी महाकाल एक्सप्रेस, लखनऊ-नई दिल्ली तेजस और अहमदाबाद -मुंबई तेजस एक्सप्रेस को 30 अप्रैल तक निलबित रखने का फैसला लिया गया हैं।
कोरोना वायरस के मामलों में हो रही वृद्धि के कारण लिया फैसला
आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि देश में रोजाना कोरोना वायरस के मामलों में हो रही बेतहासा वृद्धि को मद्देनजर रखते हुए 30 अप्रैल तक ट्रेन नहीं चलाने का फैसला लिया गया है। भारतीय रेलवे के अधिकारी ने कहा यात्रियों ने इस अवधि में यात्रा के लिए बुकिंग करा चुके यात्री को परेशान होने की जरूरत नही है उनके पैसे रेलवे दारा खुद से वापस कर दिए जायेंगे। इसके पहले देश में जारी लॉक डाउन की वजह से रेलवे ने अपनी टिकटों की बुकिंग 24 मार्च से लेके 14 अप्रैल तक बंद कर चुकी है। रेलवे के अधिकारी फ़िलहाल कबसे ट्रेनों का संचालन सामान्य रूप से हो सकेगा, इसपे कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है.
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सरकार की मंजूरी के बाद आगे हो सकती है रेल सेवाएं बहाल
रेल अधिकारियों ने बताया की कोरोना महामारी के चलते 25 मार्च से जारी देशव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर सभी यात्री ट्रेनों का सफर भी स्थगित है। रेल सेवाएँ फिर शुरू करने की सरकार से हरी झंडी मिलते ही रेलवे अपनी सेवाएँ चरणबद्ध तरीके से शुरू करेगा। भारतीय रेलवे, फ़िलहाल इस मामले में कुछ भी स्पष्ट कहने से बचती नजर आ रही है. लेकिन रेलवे के अधिकारी कहते है की आने वाले दिनों में यह फैसला होगा कि सेवाएँ कबसे बहाल होंगी और अगर होंगी तो फिर से किस तरह से सेवाएँ बहाल की जाएं ताकि लोगो के स्वास्थ्य पर इसका नकारात्मक असर ना पड़े।
रेल यात्रियों के लिए रेलवे जारी करेगी एडवाइजरी
देश में जारी 21 दिनों का लॉकडाउन खुलने की स्तिथि में अगर ट्रेनों का संचालन शुरू होता है तो यात्रा के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और सामाजिक दुरी के जरुरी मापदंडों के लिए रेलवे ने अपनी तयारी शुरू कर दी हैं। सरकार के द्वारा यात्रा संबंधी प्रतिबंध हटने के बाद रेलवे यात्रियों के लिए जरूरी एडवाइजरी जारी करने के लिए इससे जुडी तमाम पहलुओ पर विचार कर रही है। इसमें यात्रा से पहले अनिवार्य रूप से सामाजिक दूरी बनाए रखने के साथ साथ लोगो को यात्रा के दौरान मास्क पहनने की अनिवार्यता रेलवे द्वारा लागु की जा सकती है। साथ स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए रेलवे सभी यात्रियों को ‘आरोग्य सेतु’ ऐप का प्रयोग करने की सुझाव भी दे सकता है। सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के अनुसार भारतीय रेलवे सिर्फ स्वस्थ यात्रियों को ही रेल से सफर करने का छुट दे सकती है। ट्रेनों की आवाजाही सभी स्टेशनों पर ना करके कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर ही की जा सकती है। रेलवे ने ट्रेनों का संचालन शुरू होने की स्तिथि में स्टेशनों पर यात्रियों के थर्मल स्क्रीनिंग करने की भी पूरी तयारी की है।
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या पहुची 5000 के पार
देश में कोरोनो वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए केंद्र द्वारा लगाए गए अपने 21 दिवसीय राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन के पंद्रहवें दिन में प्रवेश किया है। लॉक डाउन के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या लगातार बढती जा रही है। कोविद -19 मामलों की कुल संख्या 5000 के पास पहुच चुकी है और इस बीमारी से 149 लोगो की मृत्यु हो गई हैं। अब तक कुल 5194 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 401 लोग इस बीमारी से लड़कर ठीक हो चुके है, जिन्हें घर भेज दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज सरकार से कहा कि निजी लैबों में भी कोरोनावायरस परीक्षण निशुल्क होना चाहिए।